राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का रुड़की नगर में पथ संचलन आयोजन, सभी स्वयंसेवकों ने किया रुड़की नगर का पूर्ण गणवेश में भ्रमण
रुड़की नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया, जिसमें नगर व आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों स्वयंसेवकों ने सहभागिता की। गणवेशधारी स्वयंसेवकों की अनुशासित एवं समरसता से भरी हुई टुकड़ी ने नगर की प्रमुख सड़कों से गुजरते हुए राष्ट्रप्रेम, एकता और अनुशासन का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस पथ संचलन का उद्देश्य समाज में राष्ट्रीय चेतना का प्रसार, युवाओं में सेवा भावना का जागरण एवं भारत के सांस्कृतिक मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाना था। संचलन से पहले एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता क्षेत्र शारीरिक प्रमुख नरेश जी द्वारा उपस्थित स्वयंसेवकों को प्रेरणादायक संदेश दिए गए
क्षेत्र शारीरिक प्रमुख नरेश जी ने अपने भाषण में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है जो राष्ट्र सेवा, सामाजिक समरसता एवं चरित्र निर्माण पर आधारित है। उन्होंने स्वयंसेवकों को संघ के पद चिन्हों का स्मरण कराते हुए यह संदेश दिया कि हम सभी का कर्तव्य है कि हम स्वयं को राष्ट्र के प्रति समर्पित रखें और समाज के हर वर्ग के उत्थान में सक्रिय भूमिका निभाएँ। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक को अपने आचरण, सेवा, और निष्ठा से समाज में प्रेरणा स्रोत बनना चाहिए।
क्षेत्र शारीरिक प्रमुख नरेश जी ने स्वयंसेवकों से अपील की कि वे संघ की शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारें और अपने आसपास के लोगों को भी राष्ट्रहित में कार्य करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि भारत माता की सेवा ही हमारा धर्म है, और संघ का प्रत्येक कार्यकर्ता अपने कर्तव्य पथ पर अडिग रहकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे। उन्होंने स्वयंसेवकों को “राष्ट्र सेवा के लिए सदैव तत्पर” रहने का मंत्र देते हुए कहा कि हर परिस्थिति में धैर्य, साहस और सेवाभाव बनाए रखना ही संघ की सच्ची साधना है।
इस अवसर पर मंचासीन क्षेत्र शारीरिक प्रमुख नरेश जी,नगर संघ चालक जल सिंह जी, आई आई टी संस्थान से कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ एरन जी रहे
इस अवसर पर जिला प्रचारक जितेंद्र जी, नगर प्रचारक एवं नगर के सभी स्वयंसेवक उपस्थित रहे
समाज में जागरूकता का संदेश:
पथ संचलन के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया गया कि संघ का कार्य केवल शाखाओं तक सीमित नहीं, बल्कि इसका उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और सेवा भावना का संचार करना है। संचलन के दौरान स्वयंसेवकों की अनुशासनबद्ध चाल, एकरूपता और गरिमामयी उपस्थिति ने राह चलते नागरिकों को प्रभावित किया।
इस आयोजन से यह स्पष्ट हुआ कि संघ के कार्यकर्ता न केवल राष्ट्र निर्माण के विचारों को लेकर चलते हैं, बल्कि वे उन्हें अपने जीवन में भी पूर्ण रूप से उतारते हैं। ऐसे आयोजनों से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
रुड़की नगर में संपन्न हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह पथ संचलन न केवल एक संगठनात्मक गतिविधि था, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति समर्पण, सेवा और निष्ठा का जीवंत उदाहरण भी था। यह आयोजन निश्चित रूप से समाज में जागरूकता और राष्ट्रीय भावना को प्रबल करेगा।