राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी एवं रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान ने चमन लाल महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी यौन उत्पीड़न जागरूकता एवं रोकथाम का शुभारंभ किया
लंढौरा l चमन लाल महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी जिसका विषय यौन उत्पीड़न एवं जागरूकता और रोकथाम के प्रथम दिवस के मुख्य अतिथि विधायक रानीपुर श्री आदेश चौहान जी एवं सांसद राज्यसभा डॉ. कल्पना सैनी आमंत्रित किए गए l
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री राम कुमार शर्मा एवं कोषाध्यक्ष श्री अतुल हरित ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत किया l विधायक श्री आदेश चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न आज के समय का एक अभिशाप है इसलिए हमें प्रारंभ से ही अच्छे संस्कार देने होंगे तभी इस विकराल समस्या से निजात पाया जा सकता है यह गंभीर चिंतन का विषय है युवा पीढ़ी इसके गर्त में जा रही है इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए मातृशक्ति को भी आगे आना होगा उन्होंने आगे कहा कि तीन तलाक भी इसी की ही देन है इस पर भी प्रतिबंध माननीय प्रधानमंत्री जी ने लगाया है l आज के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. कुसुम कंडवाल जी का स्वागत महाविद्यालय की उप्राचार्य डॉ. दीपा अग्रवाल ने किया उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि यौन उत्पीड़न वर्तमान समाज की गंभीर समस्या है और अभी भी व्यापक रूप में व्याप्त है यह
समाज को दूषित करता है और प्रभावित भी करता है इस पर विचार करना अति आवश्यक है सन 2011 की जनगणना के अनुसार बलात्कार के केस दर्ज हुए वास्तविक उत्पीड़न के मामले सही मायने में सामने नहीं है इस मामले में जिला अधिकारियों एवं आयोग की कमेटी भी गठित है फिर भी यौन उत्पीड़न पर पूर्णतया प्रतिबंध नहीं लगाया जा सका l पूर्व राज्य मंत्री श्री श्याम वीर सैनी जी ने कहा कि शिक्षा में सुधार करने की अति आवश्यकता है l हमारी सरकार ने जगह-जगह पर शौचालय बनाए तथा मातृशक्ति के लिए रोजगार पर अवसर भी दिए प्रधानमंत्री की अनेकों योजनाएं महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए भारतवर्ष में चल रही है l इस सरकार ने ही सबसे ज्यादा नारी को भारतीय संस्कृति में सम्मान दिया है l आयुष्मान योजना मुफ्त शिक्षा ,मुक्त राशन, ऐसी अनेक योजनाओं का जिक्र उन्होंने अपने वक्तव्य में किया l अन्य वक्ता के रूप में डॉ. अनीता मोरल ने अपने संबोधन में कहा कि यौन उत्पीड़न की समस्या बच्चों के साथ अधिक हो रही है इस बड़ी समस्या का सामना आज के बच्चों को करना पड़ रहा है l एक शोध के मुताबिक 54% बच्चे इसका शिकार होते पाए गए हैं और ज्यादातर यह मामले घर या घर के परिचित लोगों से ही होते हैं l कोरोना वैश्विक महामारी के समय भी मोबाइल अधिकांश प्रयोग करने पर बच्चों में यह समस्या उत्पन्न हुई है अतः इस पर भी हमें ध्यान देने की अति आवश्यकता है l यह समस्या लड़के और लड़की दोनों के लिए है l बच्चे एसहज महसूस करते हैं l अतः छात्र-छात्राओं को कक्षा में भी इसके लिए जागरूक करना अनिवार्य है जिससे समाज में जागृति आ सके l इसी श्रृंखला में राज्यसभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कारी युक्त शिक्षा से इसका समाधान पाया जा सकता है अतः पुराने समय में भी गलत व्यवहार किया जाता था परंतु महिला सशक्तिकरण के कारण इस पर रोकथाम लगाई जाती थी l अतः आज इसकी अति आवश्यकता है इसके अतिरिक्त महिला नीति लागू करना होगा तथा महिला नशा मुक्ति केंद्र भी खोलना पड़ेगा पहले हमें खुद जागरूक होना पड़ेगा तभी हम दूसरों को जागरुक कर सकेंगे l हमें अपने छात्र-छात्राओं को संस्कार युक्त शिक्षा पर बल देना होगा l कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनामिका चौहान ने आए हुए मुख्य अतिथियों एवं मुख्य वक्ताओं को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की l कार्यक्रम के समापन सत्र में सभी मुख्य अतिथियों एवं वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे l