भारतीय ज्ञान परंपरा एवं नई शिक्षा नीति को बढ़ावा देने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण
लंढौरा l चमन लाल महाविद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाओं का एक दल भारतीय ज्ञान परंपरा एवं नई शिक्षा नीति को बढ़ावा देने हेतु लंढौरा कस्बा एवं लक्सर क्षेत्र के गांव में शैक्षिक भ्रमण हेतु भेजा गया जिसमें मुख्यतः बसेड़ी एवं लक्सरी क्षेत्र को इंगित किया गया l इस कार्यक्रम हेतु महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल एवं वाणिज्य विभाग का चयन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में वाणिज्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.देव्पल ने सभी ग्रामीण क्षेत्र वासियों को भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़े पहलुओं पर प्रकाश डाला इसमें उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में सरकार भी अपनी वैदिक संस्कृति अपनी भारतीय ज्ञान परंपराओं को विकसित करने में लगी हुई है अगर हमें स्वयं को आत्मनिर्भर बनना है स्वावलंबी बना है तो हमें अपने ज्ञान संपदा की ओर लौटना होगा अर्थात वेदों की और भी देखना होगा l हमारा ज्ञान प्राचीन काल से बहुत अच्छे से सुव्यवस्थित था लेकिन कालांतर में यह विलुप्त हो गया अतः इसको पुनः विकसित करने के लिए इसका प्रचार प्रसार आवश्यक है l उन्होंने बताया कि आगामी सत्र में इस पर सेमिनार एवं कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी ताकि नगर क्षेत्र के व्यक्ति लाभान्वित हो सके l महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा एवं सचिव अरुण हरित ने भी इस कार्य की सराहना की और अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की l कार्यक्रम समन्वयक डॉ.दीपा अग्रवाल, कोऑर्डिनेटर IQAC सेल एवं डॉ.किरण शर्मा वाणिज्य विभाग ने मिलकर इस कार्यक्रम को आयोजित किया l कार्यक्रम को सफल बनाने में वाणिज्य विभाग के प्रवक्ता डॉ.अनुराग शर्मा का भी विशेष सहयोग रहा इसी श्रृंखला में छात्राएं कोमल, शिप्रा आदि ने भी प्रतिभाग किया तथा ग्रामीण क्षेत्रों में घूम-घूम कर लोगों तक भारतीय ज्ञान संपदा के विषय में जानकारी दी l महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.सुशील उपाध्याय ने आश्वासन दिया कि भारतीय ज्ञान परंपरा को पुनः जीवंत करने हेतु आगामी दिनों में अन्य शिक्षकों को भी ग्रामीण क्षेत्रों में भेजने के लिए एक खाका तैयार किया जाएगा जिसका उद्देश्य नई शिक्षा नीति एवं भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़े पहलुओं को विकसित करने पर जोर दिया जाएगा l