निरंकारी श्रद्धालुओं द्वारा समर्पण दिवस पर
बाबा हरदेव सिंह जी को श्रद्धा सुमन अर्पित
रूड़की, 14मई 2025:- संत निरंकारी मिशन द्वारा बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की पुण्य स्मृति मे निरंकारी भक्तजनो ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करके समर्पण दिवस का आयोजन बी,एस,एम,तिराहे के पास निरंकारी सत्संग भवन मे मनाया गया। इस अवसर पर ब्रांच के शिक्षक चंद्र शेखर कोठारी ने बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की शिक्षाओ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमे इन शिक्षाओ को जीवन मे ग्रहण करना चाहिए।
इस अवसर पर युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की पुण्य स्मृति में निरंकारी आध्यात्मिक स्थल समालखा मे भी एक भावनात्मक वर्चुअल संत समागम का आयोजन किया गया। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और निरंकारी राजपिता जी के दिव्य सान्निध्य में आयोजित इस समागम में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन सहभागिता की।
सतगुरु माता जी ने स्पष्ट किया कि सच्चा आदर और प्रेम केवल वाणी से नहीं, बल्कि कर्मों से प्रकट होता है। यदि हम बाबा जी की शिक्षाओं को केवल सोशल मीडिया तक सीमित रखते हैं, तो वह सच्चा समर्पण नहीं। समर्पण का वास्तविक रूप तभी प्रकट होता है जब हम अपने भीतर झांकें और आत्म-विश्लेषण करें क्या हम वास्तव में विनम्रता, क्षमा और प्रेम जैसे गुणों को जी रहे हैं? उन्होंने अपने जीवन के हर पहलू पर साध संगत को महत्ता दी।
समर्पण दिवस के अवसर पर, सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के कर-कमलों द्वारा ‘हरदेव वचनामृत’ का विमोचन किया गया। यह एक सटीक और सारगर्भित संकलन है, जिसमें युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी के दिव्य विचार, उपदेश और सत्संग वचनों को संयोजित किया गया ।
इस संकलन में प्रेम, सेवा, विनम्रता, एकत्व और निरंकार से जुड़ाव जैसे मूल तत्वों को सरल एवं मार्मिक भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
निःसंदेह, बाबा हरदेव सिंह जी की दिव्य छवि हर श्रद्धालु के अंतर्मन में एक अमिट स्मृति बन चुकी है। उनके अनगिनत उपकारों के लिए संपूर्ण निरंकारी संसार सदा कृतज्ञ रहेगा।