(मौहम्मद नाज़िम) मंगलौर! 78वें स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर बसपा के सिंबल पर विधानसभा चुनाव लड़े और पूर्व विधायक मरहूम हाज़ी सरवत करीम अंसारी के पुत्र उबैदुर्रहमान (मोंटी) ने अपने कार्यालय पर ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया और

स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पुष्प अर्पित किए। बता दें कि पूरे भारतवर्ष में आज स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। तो वहीं बसपा नेता उबैदुर्रहमान उर्फ मोंटी ने भी स्वतंत्रता दिवस उत्साह के साथ मनाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए आज़ादी के दीवाने शहीदों को नमन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें आज़ादी दिलवाने के लिए हमारे महान क्रांतिकारी भाइयों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। और हमारे पूर्वजों और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश काल में जाने कितनी यातनाएं झेलते हुए अपने सिनो पर गोली खाई और बड़े-बड़े बलिदान दिए। तो हमें इस आज़ादी का महत्व समझना होगा। वहीं उन्होंने कहा कि आज़ादी का महत्व वह भली-भांति समझते हैं क्योंकि वह खुद ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिन्होंने अंग्रेजों के हजारों जुल्म सहते हुए एक महान स्वतंत्रता सेनानी की भूमिका अदा की है। और भारत देश को आज़ाद कराने के लिए अनेकों बलिदान दिए हैं। उनका परिवार स्वतंत्रता सेनानियों का परिवार है और उन्हें इस बात पर गर्व है। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता का अर्थ है कि हम अपने जीवन को अपने तरीके से जीने के लिए स्वतंत्र है। हमें अपने जीवन में स्वतंत्रता को महत्व देना चाहिए और अपने देश की स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए ही काम करना चाहिए। आज़ादी की लड़ाई में हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना संघर्ष किया। आज के दिन 200 वर्ष से अधिक समय तक ब्रिटिश उपनिवेशवाद के चंगुल से छूटकर एक नए युग की शुरुआत हुई थी। 15 अगस्त 1947 वह भाग्यशाली दिन था जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया था। भारत द्वारा आज़ादी पाना उसका भाग्य था क्योंकि स्वतंत्रता का संघर्ष काफी लंबे समय चला था जिसमें अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए और इतनी यातनाओं इतने बलिदान देने के बाद हमे आज़ादी प्राप्त हुई है। तो हम सभी को सदा ही देश हित में कार्य करना है ताकि हमारा देश दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करें और प्रगति के पथ पर सदा अग्रसर रहे वह यही कामना करते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि आज उनके द्वारा अपने कार्यालय पर ध्वजारोहण किया गया तिरंगे को सलामी पेश की गई और राष्ट्रगान के बाद मिष्ठान वितरित किया गया। उसके बाद कस्बे में विभिन्न विभिन्न जगहों पर जाकर ध्वजारोहण किया गया और अपने सभी त्यौहारों की तरह ही हमें इस त्यौहार को मनाना चाहिए ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को आज़ादी का महत्व पता लगे और देशभक्ति का जज्बा उनके अंदर बढ़े।